Hemant Soren झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री (2025 तक) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रमुख नेता हैं। वे झारखंड की राजनीति में आदिवासी समाज की आवाज़ को सशक्त बनाने वाले नेताओं में से एक हैं। अपने नेतृत्व में उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और आदिवासी अधिकारों की रक्षा पर विशेष ध्यान दिया है। हेमंत सोरेन, झारखंड आंदोलन के जनक शिबू सोरेन के पुत्र हैं, और उन्होंने अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया है।
प्रारंभिक जीवन
Hemant Soren का जन्म 10 अगस्त 1975 को झारखंड (तत्कालीन बिहार) के संथाल परगना क्षेत्र में हुआ। उनका परिवार आदिवासी समाज से ताल्लुक रखता है। उनके पिता शिबू सोरेन झारखंड आंदोलन के प्रमुख नेता और तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
हेमंत सोरेन ने रांची विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। छात्र जीवन से ही वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे और अपने पिता के राजनीतिक संघर्ष से प्रेरित होते हुए राजनीति में आए।

राजनीतिक करियर की शुरुआत
हेमंत सोरेन ने 2005 में राजनीति में सक्रिय भूमिका निभानी शुरू की।
- 2005 में वे पहली बार विधायक चुनाव में उतरे।
- 2009 में वे झारखंड विधानसभा के सदस्य बने।
- 2010 में वे झारखंड सरकार में उप-मुख्यमंत्री नियुक्त हुए।
उनकी लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ी और वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष बने।
मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल
हेमंत सोरेन ने दो बार झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
पहला कार्यकाल (2013 – 2014)
उनके पहले कार्यकाल में सरकार ने शिक्षा, ग्रामीण विकास और सामाजिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया।
दूसरा कार्यकाल (2019 – वर्तमान)
दिसंबर 2019 में उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री पद संभाला। उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू हुईं:
- सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना – लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए।
- फसल राहत योजना – किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए।
- नयी रोजगार नीति – युवाओं को राज्य में अधिक अवसर प्रदान करने के लिए।
प्रमुख योजनाएं और उपलब्धियां
- शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए बजट में बढ़ोतरी।
- आदिवासी और पिछड़े वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत।
- ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, बिजली और पेयजल की सुविधा का विस्तार।
- खनिज संसाधनों से राज्य की आय बढ़ाने और रोजगार सृजन पर जोर।
विवाद और चुनौतियां
2023-24 में हेमंत सोरेन पर खनन पट्टा मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच हुई। इसके बावजूद उनकी लोकप्रियता बनी रही और उन्होंने अपनी राजनीतिक ताकत को बरकरार रखा।
व्यक्तिगत जीवन
हेमंत सोरेन का विवाह कल्पना सोरेन से हुआ है। उनके दो बच्चे हैं। वे सरल जीवन शैली और जनता से जुड़ाव के लिए जाने जाते हैं।
विरासत और योगदान
- आदिवासी समाज के अधिकारों की रक्षा।
- शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में सुधार।
- महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष योजनाएं।
- झारखंड को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कदम।
FAQ
1. हेमंत सोरेन कौन हैं?
वे झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख नेता हैं।
2. हेमंत सोरेन का जन्म कब और कहां हुआ?
10 अगस्त 1975 को संथाल परगना, झारखंड में।
3. वे कब मुख्यमंत्री बने?
पहली बार 2013 में और दूसरी बार 2019 में।
4. उनकी प्रमुख योजनाएं क्या हैं?
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, फसल राहत योजना, नई रोजगार नीति।
5. क्या वे शिबू सोरेन के पुत्र हैं?
हां, वे झारखंड आंदोलन के जनक शिबू सोरेन के पुत्र हैं।





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