भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित झारखंड राज्य को प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक धरोहर, सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध खनिज संसाधनों के लिए जाना जाता है। Jharkhand tourist places हालांकि झारखंड को मुख्यत खनिज संपदा और औद्योगिक विकास के लिए पहचाना जाता है, परंतु इसकी पर्यटन क्षमता भी किसी से कम नहीं है। यहाँ की घाटियाँ, झरने, पहाड़, जंगल, जनजातीय संस्कृति और धार्मिक स्थल पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। इस ब्लॉग में हम झारखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों का विस्तार से वर्णन करेंगे, जिससे आप राज्य के विविध आयामों को समझ सकें।
🔸 1. रांची – झारखंड की राजधानी और झरनों का नगर
रांची को झारखंड की राजधानी होने के साथ-साथ ‘झरनों का नगर’ भी कहा जाता है। यहाँ की जलवायु मनोहारी है और अनेक झरने तथा हरियाली इसे पर्यटन के लिए आदर्श स्थल बनाते हैं।
🌊 प्रमुख आकर्षण:
- हिरणी जलप्रपात – यह रांची से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हरे-भरे जंगलों के बीच गिरता हुआ यह झरना बहुत खूबसूरत है।
- जोनहा और दशम जलप्रपात – ये दोनों झरने पिकनिक और एडवेंचर के लिए प्रसिद्ध हैं।
- रॉक गार्डन – रांची शहर के पास स्थित यह गार्डन विशाल चट्टानों को काटकर बनाया गया है।
- पहाड़ी मंदिर – रांची शहर के मध्य एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित शिव मंदिर, जो धार्मिक आस्था का केंद्र है।
🔸 2. नेतरहाट – झारखंड का ‘मिनी शिमला’
नेतरहाट को झारखंड का ‘क्वीन ऑफ छोटा नागपुर’ कहा जाता है। यह रांची से करीब 156 किलोमीटर दूर स्थित एक हिल स्टेशन है।
🌄 क्या है खास:
- सनसेट प्वाइंट और सनराइज़ व्यू – नेतरहाट के ये स्थान सूर्यास्त और सूर्योदय के मनोरम दृश्य के लिए प्रसिद्ध हैं।
- नेतरहाट आवासीय विद्यालय – यह राज्य का प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है और उसकी वास्तुकला भी देखने योग्य है।
- घने जंगल और वाइल्डलाइफ – नेतरहाट के आसपास का क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य और वन्य जीवों से भरपूर है।

🔸 3. देवघर – बाबा बैद्यनाथ धाम
देवघर धार्मिक दृष्टि से झारखंड का सबसे महत्वपूर्ण स्थल है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक ‘बाबा बैद्यनाथ मंदिर’ के लिए विश्वविख्यात है।
🕉️ धार्मिक पर्यटन:
- बाबा बैद्यनाथ मंदिर – हर साल सावन के महीने में लाखों कांवरिया यहाँ दर्शन के लिए आते हैं।
- नौलखा मंदिर – इस मंदिर की वास्तुकला बंगाली शैली की है और यह रानी चारुशिला द्वारा बनवाया गया था।
- त्रिकुट पर्वत – यह पर्वत रोपवे और ट्रेकिंग के लिए उपयुक्त स्थल है।
🔸 4. हजारीबाग – झीलों और जंगलों की भूमि
हजारीबाग का शाब्दिक अर्थ है ‘हजार बागों की भूमि’। यह शहर अपने राष्ट्रीय उद्यान, झीलों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
🌳 प्रमुख स्थल:
- हजारीबाग नेशनल पार्क – बाघ, हिरण, भालू और अनेक वन्य जीवों को देखने का उत्तम स्थान है।
- कनारी हिल्स – यहाँ की प्राकृतिक चट्टानें और हरा-भरा वातावरण ट्रेकिंग के लिए बेहतरीन हैं।
- हजारीबाग झील – नौका विहार और फैमिली पिकनिक के लिए प्रसिद्ध स्थान।
🔸 5. बोकारो – इस्पात नगरी
बोकारो एक औद्योगिक शहर होने के साथ-साथ कुछ रोचक पर्यटन स्थलों का भी घर है। यहाँ आधुनिकता और प्राकृतिक सौंदर्य का संतुलन देखा जा सकता है।
🏙️ आकर्षण:
- बोकारो स्टील प्लांट – भारत का एक प्रमुख इस्पात संयंत्र, जिसे दूर से देखने के लिए विशेष प्लेटफार्म बने हैं।
- सिटी पार्क – यहाँ बोटिंग, झील और बच्चों के लिए खेल क्षेत्र हैं।
- जगन्नाथ मंदिर – यह पुरी के मंदिर की शैली में बना है और धार्मिक श्रद्धा का केंद्र है।
🔸 6. जमशेदपुर – टाटा नगर की छटा
टाटा समूह द्वारा विकसित जमशेदपुर को भारत का पहला योजनाबद्ध औद्योगिक शहर कहा जाता है। साथ ही यह शहर कई प्राकृतिक व ऐतिहासिक स्थलों से भी भरपूर है।
🌆 दर्शनीय स्थल:
- जुबली पार्क – यह विशाल पार्क टाटा समूह द्वारा बनवाया गया है और बगीचे, तालाब तथा लाइट शो के लिए प्रसिद्ध है।
- दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी – यहाँ हाथियों और अन्य वन्य जीवों को प्राकृतिक आवास में देखा जा सकता है।
- डिमना लेक – जमशेदपुर के पास यह झील जलक्रीड़ा और पिकनिक के लिए आदर्श स्थल है।
🔸 7. पलामू – किला और अभयारण्य
पलामू जिला ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यहाँ का किला और टाइगर रिजर्व पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है।
🏰 ऐतिहासिक और वन्य जीवन:
- पलामू किला – यह 17वीं सदी का किला राजा मेदिनी राय द्वारा बनवाया गया था।
- पलामू टाइगर रिजर्व – भारत का पहला टाइगर रिजर्व, जो अभी भी बाघों और अन्य जीवों का निवास है।
- बेतला नेशनल पार्क – जंगल सफारी, कैंपिंग और प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग समान।
🔸 8. पारसनाथ हिल – जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ
गिरिडीह जिले में स्थित पारसनाथ पहाड़ी को जैन धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह जैन तीर्थंकरों का निर्वाण स्थल है।
🕍 धार्मिक आस्था:
- श्री समवशरण मंदिर – यह मंदिर पारसनाथ हिल के शिखर पर स्थित है और जैन तीर्थंकरों को समर्पित है।
- तीर्थयात्रा मार्ग – श्रद्धालु पहाड़ी की चढ़ाई करते हुए विभिन्न जैन मंदिरों के दर्शन करते हैं।
- रोपवे की योजना – आने वाले वर्षों में पर्यटकों के लिए रोपवे की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
🔸 9. दुमका – सांस्कृतिक नगरी
दुमका को झारखंड Jharkhand tourist places की उपराजधानी और संथाल परगना की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। यह स्थान लोक संस्कृति और धार्मिक स्थलों का केंद्र है।
🎭 प्रमुख आकर्षण:
- बासुकीनाथ मंदिर – यह शिव मंदिर बाबा बैद्यनाथ धाम से जुड़ा हुआ माना जाता है।
- मसांजोर डैम – दुमका और पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित यह डैम प्राकृतिक सौंदर्य और नौकायन के लिए लोकप्रिय है।
- जनजातीय मेले और सांस्कृतिक आयोजन – यहाँ साल भर विविध लोक-नृत्य और गीतों का आयोजन होता है।
🔸 10. चतरा, लोहरदगा, गढ़वा – उभरते पर्यटन स्थल
इन जिलों में हाल के वर्षों में पर्यटन के नए द्वार खुले हैं। यहाँ की गुफाएँ, जलप्रपात, पहाड़ी स्थल और जनजातीय संस्कृति अभी भी अछूती और अनदेखी हैं।
📌 निष्कर्ष: झारखंड – विविधता में एकता का राज्य
झारखंड केवल कोयला और खनिज का भंडार नहीं है, Jharkhand tourist places बल्कि यह राज्य प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक स्थलों और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम है। यहाँ के पर्यटन स्थल न केवल सैर-सपाटे का माध्यम हैं, बल्कि आत्मिक शांति, इतिहास की झलक और प्रकृति से जुड़ाव का अवसर भी प्रदान करते हैं।
यदि भारत के किसी ऐसे कोने की तलाश कर रहे हैं जहाँ Jharkhand tourist places भीड़ न हो, शांति हो, संस्कृति जीवंत हो और प्रकृति अपनी पूरी सुंदरता में हो — तो झारखंड आपका अगला पर्यटन गंतव्य हो सकता है।
✍️ लेखक: vsasingh.com टीम
📅 प्रकाशित तिथि: 23 अगस्त 2025
🌐 स्रोत: www.vsasingh.com
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