Up Population – भाषा, जातीय व धार्मिक संरचना | भाग 2

उत्तर प्रदेश (Up Population) भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जो केवल जनसंख्या के लिहाज़ से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, भाषाई, धार्मिक और जातीय विविधताओं के लिहाज़ से भी अत्यंत समृद्ध और जटिल है। यह राज्य भारत के सामाजिक-राजनीतिक मानचित्र में एक केंद्रीय भूमिका निभाता है। इस लेख में हम उत्तर प्रदेश की जनसंख्या, प्रमुख भाषाएं, जातीय संरचना तथा धार्मिक विविधता का गहन विश्लेषण करेंगे।


1. उत्तर प्रदेश की जनसंख्या: आँकड़े और विकास

1.1 कुल जनसंख्या

2021 के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश की जनसंख्या लगभग 24 करोड़ है, जो कि कई देशों की कुल आबादी से भी अधिक है। यह राज्य अकेले भारत की कुल जनसंख्या का लगभग 16-17% हिस्सा बनाता है।

2011 की जनगणना के अनुसार:

  • कुल जनसंख्या: 19.98 करोड़
  • पुरुष: 10.44 करोड़
  • महिलाएं: 9.54 करोड़
  • जनसंख्या वृद्धि दर (2001-2011): 20.1%

1.2 जनसंख्या घनत्व

उत्तर प्रदेश का जनसंख्या घनत्व 828 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (2011) था, जो राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है।

1.3 शहरीकरण

  • शहरी जनसंख्या: लगभग 22%
  • ग्रामीण जनसंख्या: लगभग 78%

उत्तर प्रदेश अभी भी एक प्रमुख रूप से ग्रामीण आधारित राज्य है, हालांकि मेट्रो शहरों जैसे लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और नोएडा में तेजी से शहरीकरण हो रहा है।


2. भाषाई संरचना

उत्तर प्रदेश की भाषाई संरचना भारत की सबसे समृद्ध भाषाई विविधताओं में से एक है। हिंदी राज्य की आधिकारिक भाषा है, परंतु कई क्षेत्रीय बोलियाँ और भाषाएं भी बोली जाती हैं।

2.1 आधिकारिक भाषा:

  • हिंदी – राजकीय भाषा
  • उर्दू – द्वितीय राजभाषा

2.2 प्रमुख बोलियाँ:

उत्तर प्रदेश में बोली जाने वाली प्रमुख बोलियाँ निम्नलिखित हैं:

बोलीक्षेत्र
अवधीलखनऊ, फैजाबाद, सुल्तानपुर, रायबरेली आदि
ब्रजमथुरा, आगरा, अलीगढ़, एटा आदि
भोजपुरीपूर्वांचल क्षेत्र – बनारस, गोरखपुर, बलिया आदि
बुंदेलखंडीझांसी, बांदा, हमीरपुर आदि
कन्नौजीकानपुर और आसपास के जिले
खड़ी बोलीपश्चिमी यूपी – मेरठ, मुजफ्फरनगर आदि

इन सभी बोलियों का साहित्यिक, सांस्कृतिक और लोकगीतों में विशेष महत्व है।


3. जातीय संरचना

उत्तर प्रदेश की जातीय संरचना बहुत जटिल और विविध है। यह भारत के सामाजिक ढांचे का एक सजीव चित्रण प्रस्तुत करता है।

Up Population Image
Up Population Image

3.1 प्रमुख जातियाँ:

3.1.1 उच्च जातियाँ:

  • ब्राह्मण
  • ठाकुर (राजपूत)
  • बनिया (वैश्य वर्ग)

3.1.2 अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC):

उत्तर प्रदेश में OBC की संख्या सबसे अधिक है, जिनमें प्रमुख जातियाँ हैं:

  • यादव
  • कुर्मी
  • लोध
  • निषाद
  • गुर्जर
  • तेली

3.1.3 अनुसूचित जातियाँ (SC):

  • चमार (जैसे जाटव)
  • पासी
  • धोबी
  • कोरी
    उत्तर प्रदेश की SC जनसंख्या लगभग 21% है।

3.1.4 अनुसूचित जनजाति (ST):

उत्तर प्रदेश में ST की जनसंख्या बहुत कम (0.6%) है। सोनभद्र और मिर्जापुर जिलों में कुछ जनजातियाँ निवास करती हैं।


4. धार्मिक संरचना

Up Population धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत विविधतापूर्ण राज्य है। यहाँ भारत के चार प्रमुख धर्मों के अनुयायी निवास करते हैं।

4.1 हिंदू धर्म

उत्तर प्रदेश में हिंदू धर्म के अनुयायियों की संख्या सबसे अधिक है। 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 79.73% जनसंख्या हिंदू है।

हिंदू धर्म यहाँ केवल एक धार्मिक विचार नहीं, बल्कि लोकसंस्कृति, त्योहार, रीति-रिवाज, मंदिर और परंपराओं में गहराई से रचा-बसा है।

4.2 इस्लाम धर्म

इस्लाम धर्म उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है।

  • मुस्लिम जनसंख्या: लगभग 19.26%
  • मुस्लिम बहुल जिले: मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, बिजनौर, बरेली, आजमगढ़

4.3 अन्य धर्म

  • ईसाई: 0.18%
  • सिख: 0.32%
  • जैन: 0.11%
  • बौद्ध: 0.20%
  • अन्य: बहुत ही कम संख्या

5. सामाजिक संरचना और विविधता

5.1 ग्राम्य समाज की विशेषता

उत्तर प्रदेश का समाज मुख्य रूप से पारंपरिक ग्राम्य ढांचे में बँधा हुआ है। यहाँ जातिगत पंचायतें, परंपरागत भूमिकाएँ और समाज व्यवस्था का स्पष्ट प्रभाव है।

5.2 सामाजिक चुनौतियाँ

  • जातिवाद और वर्ग संघर्ष
  • लिंग भेद
  • शिक्षा की विषमता
  • गरीबी और बेरोजगारी

हालांकि समय के साथ बदलाव भी आ रहा है और नई पीढ़ी सामाजिक सुधारों के प्रति जागरूक हो रही है।


6. सांस्कृतिक विविधता और एकता

उत्तर प्रदेश की विविधताएँ ही उसकी सबसे बड़ी ताकत हैं। भिन्न-भिन्न जातियों, धर्मों और भाषाओं के लोग यहाँ एक साथ रहते हैं और आपसी भाईचारे को बनाए रखते हैं।

  • त्योहार: दिवाली, ईद, होली, मुहर्रम, नवरात्रि, क्रिसमस सभी पूरे उत्साह से मनाए जाते हैं।
  • शादी-ब्याह और रस्में: जातिगत परंपराओं के अनुसार भिन्न होती हैं लेकिन सभी में उत्तर भारतीय रंग स्पष्ट दिखता है।
  • खानपान: बिरयानी, पूड़ी-सब्ज़ी, ठेकुआ, तहरी, मालपुआ जैसे व्यंजन हर समुदाय में अलग-अलग तरीके से बनते हैं।

निष्कर्ष

Up Population केवल एक भौगोलिक इकाई नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक महासागर है। इसकी जनसंख्या जितनी विशाल है, उतनी ही जटिल और विविध इसकी सामाजिक और धार्मिक संरचना भी है। इस राज्य की सबसे बड़ी ताकत इसकी विविधता में एकता है। चाहे भाषा हो, जाति हो या धर्म – उत्तर प्रदेश भारत की आत्मा का प्रतिबिंब है।

यदि Up Population को सही दिशा में विकास देना है तो सभी समुदायों, जातियों और धर्मों को एक साथ मिलकर समरसता के साथ आगे बढ़ना होगा।


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