प्रोफेसर B.P. Kesari भारत के एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद्, लेखक और समाजसेवी थे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया और ग्रामीण व वंचित वर्गों में शिक्षा के प्रसार के लिए कई पहल की। उनकी सोच और कार्यों ने झारखंड और आस-पास के क्षेत्रों में शिक्षा की दिशा बदलने का काम किया।
प्रारंभिक जीवन
प्रो. B.P. Kesari का जन्म झारखंड के एक साधारण परिवार में हुआ। बचपन से ही वे शिक्षा और समाज सेवा के प्रति समर्पित थे।
शिक्षा
- स्नातक – हिंदी साहित्य और समाजशास्त्र में।
- स्नातकोत्तर – शिक्षा और प्रबंधन में।
- पीएचडी – शिक्षा सुधार पर शोध।
करियर की शुरुआत
उन्होंने शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया और बाद में विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर और प्रशासनिक पदों पर कार्य किया।
प्रमुख उपलब्धियां
- ग्रामीण शिक्षा सुधार के लिए विशेष योजनाओं का क्रियान्वयन।
- वंचित वर्गों के लिए छात्रवृत्ति और कौशल विकास कार्यक्रम।
- शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के लिए नई नीतियों का निर्माण।
शिक्षा सुधार में योगदान
प्रो. केसरी ने शिक्षा को समाज में परिवर्तन का साधन माना। उन्होंने कई परियोजनाएं शुरू कीं जिनका उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच बढ़ाना था।

प्रमुख पहल
- निःशुल्क पुस्तकालयों और अध्ययन केंद्रों की स्थापना।
- महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अभियान।
- तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के लिए विशेष कोर्स की शुरुआत।
सामाजिक कार्य
उन्होंने केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि सामाजिक सुधारों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता अभियान।
- ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता मिशन।
- युवाओं के लिए करियर मार्गदर्शन कार्यक्रम।
पुरस्कार और सम्मान
- राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार।
- राज्य स्तरीय शिक्षा रत्न सम्मान।
- कई विश्वविद्यालयों से मानद उपाधि।
व्यक्तिगत जीवन
प्रो. केसरी का जीवन सादगीपूर्ण था। वे समाज और शिक्षा के उत्थान के लिए हमेशा समर्पित रहे।
विरासत
प्रो. B.P. Kesari की शिक्षा के प्रति सोच और योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं। उनका काम झारखंड और देशभर में शिक्षा सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।
FAQ
1. प्रो. बी.पी. केसरी कौन थे?
वे भारत के प्रसिद्ध शिक्षाविद् और समाजसेवी थे जिन्होंने शिक्षा क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया।
2. उनका प्रमुख योगदान क्या था?
ग्रामीण और वंचित वर्गों में शिक्षा का प्रसार और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार।
3. उन्हें कौन-कौन से पुरस्कार मिले?
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और कई सम्मान।
4. उन्होंने समाज में क्या बदलाव लाने की कोशिश की?
महिला शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और साक्षरता को बढ़ावा दिया।
5. वे युवाओं के लिए प्रेरणा क्यों हैं?
उनका समर्पण, सादगी और शिक्षा सुधार की सोच युवाओं को प्रेरित करती है।





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